Friday, 1 May 2015

कितने फिल्मी हैं हम

आम आदमी रोजमर्रा की जिदंगी में कितना फिल्मी होता है शायद उसे इस बात का अहसास भी नहीं होता मगर जब हम अपनी आम बातचीत में जानेमाने डायलॉग्स बोलते है तब ऐसा लगता है जैसे ये डायलॉग हमारी अपनी धरोहर है जो हम अपनी अगली पीढ़ी को सौंपते जाते है।
आज की पीढ़ी को न तो पुरानी फिल्मों के नाम याद है और ना ही इन डायलॉग के रचियता के ,कई के तो शायद कलाकारों के नाम तक नहीं पता होगे मगर ये इन डायलॉग उतने ही जोश से बोलते है जैसे इनके कलाकारों ने तब बोले होगे।

~हिंदी सिनेमा के सदाबहार संवाद~

●कितने आदमी थे?
(शोले)
●प्रेम नाम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा
(बॉबी)
●डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
(डॉन)
●मोगैंबो खुश हुआ
(मिस्टर इंडिया)
●मेरे पास मां है
(दीवार)
●ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं
(जंजीर)
●सारा शहर मुझे लायन के नाम से जानता है
(कालीचरण)
●मुंबई का किंग कौन? भीखू म्हात्रे
(सत्या)
●फिल्में तीन चीजों की वजह से चलती हैं-एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट
(डर्टी पिक्चर)
●सलीम तुझे मरने नहीं देगा और हम अनारकली तुझे जीने देंगे
(मुगल-ए-आजम)
●बाबू मोशाय, जिंदगी और मौत ऊपरवाले के हाथ है, उसे न आप बदल सकते हैं न मैं
(आनंद)
●आप के पांव बहुत हसीन हैं, इन्हें जमीन पर मत उतारिएगा, मैले हो जाएंगे
(पाकीजा)
●दोस्ती में नो सॉरी, नो थैंक्यू
(मैंने प्यार किया)
●द्रौपदी तेरे अकेले की नहीं हैं, हम सब शेयर होल्डर हैं
(जाने भी दो यारो)
●रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह
(शहंशाह)
●इतना सन्नाटा क्यूं है भाई
(शोले)
●मैं छोटा सा, प्यारा सा, नन्हा सा, मुन्ना सा बच्चा हूं
(चालबाज)
●जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है तो आदमी उठता नहीं, उठ जाता है
(दामिनी)

●कभी-कभी जीतने के लिए हारना भी पड़ता है, हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं
(बाजीगर)
●थप्पड़ से डर नहीं लगता साहब, प्यार से लगता है
(दबंग)
●खामोश sssss
(बदला)
● चिनॉय सेठ, जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों के घर पत्थर नहीं फेंकते
(वक्त)
●ये बच्चों के खेलने की चीज नहीं। हाथ कट जाए तो खून निकल आता हैं
(वक्त)
●एक बार जो मैंने कमिटमेंट कर दी, फिर मैं अपने आप की भी नहीं सुनता
(वांटेड)
●पुष्पा आय हेट टीयर्स
(अमर प्रेम)
●ठाकुर तो गियो
(करण अर्जुन)
●कहते हैं कि अगर चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है
(ओम शांति ओम)

अगर आपका कोई पसंदीदा डायलॉग हो और इस लिस्ट में नहीं है तो जरूर शेयर करे।




6 comments:

  1. ये फ़िल्मी तो नहीं मगर टीवी सीरियल से हैं, क्या बात क्या बात क्या बात.... मिथुन चक्रोबती

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  2. कमाल है Hemendra कहते है हिन्दुस्तान में सबसे ज्यादा फिल्में बनती है,भारतीय बड़े फिल्मी होते है और किसी को कोई डॉयलाग नहीं याद, वैसे आपने लिखा वो भी झकास है....:)

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