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Monday 25 July 2016

#Haiku आश्रित






बेघर मैं क्यूं?

कोख़ में तो तुम थे

आश्रित कौन?


मनीषा शर्मा~


बेटी, पत्नी और माँ, हर रिश्ते में मुझे (औरत) पुरूष (पिता, पति और पुत्र) पर आश्रित माना जाता है। 

परन्तु, हे पुरूष तुम मेरी शरण (कोख़) में थे, तो मैं आश्रित कैसे?


#EndMaleGuardianship 

#TryBeatingMeLightly



9 comments:

  1. beautiful haiku, described a woman's existence in few words

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  2. beautiful haiku, described a woman's existence in few words

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  3. मनिषा जी, बिलकुल सही सवाल किया है आपने! एक जननी आश्रित कैसे हो सकती है?

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    1. ज्योति जी यह बात खुद जननी को ही समझनी होगी, अन्यथा जो अत्याचार वो सहती है उससे उसे कभी मुक्ति नहीं मिल पाएगी।

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